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MS Office Class 1

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Office Automation

Hard ware कौन-कौन से होते है?

Hardware Computer का वो हिस्सा है जिन्हें हम देख सकते है और छू सकते है। उन्हें Hardware कहते है।

 

1. Monitor

मॉनिटर (Monitor) एक प्रकार की आउटपुट डिवाइस है. माॅनिटर (Monitor) तीन प्रकार के होते है।

i)CRT Monitor (Cathode Ray Tube)

CRT माॅनिटर देखने में बिलकुल टीवी की तरह होता है इसमे Picture tube सी.आर.टी. कहलाती है| CRT बहुत सस्‍ती तकनीक हैयह तकनीक कुछ सालों पहले चलती थी।

 

ii) LCD Monitor (Liquid Crystal Display)

 

यह कम जगह लेता है यह कम बिजली की खपत करता है|

 

iii) LED  Monitor (Light Emitting Diode)

वर्तमान समय में LCD (Liquid Crystal Display) के स्‍थान पर LED (Light Emitting Diode) का इस्‍तेमाल किया जा रहा है|

यह देखने में बिलकुल LCD Monitor की तरह ही लगते हैं लेकिन LED 1.5 watts की पावर इस्‍तेमाल करती है और ऑखों पर बहुत कम जोर डालती है|

LED Monitor LCD की तुलना में अधिक समय तक काम करते हैं|

वर्तमान में LED Monitor काम में लिये जाते हैं।

 

 

2.Keyboard 

Keyboard एक इनपुट डिवाईस है Keyboard कि सहायता से हम कम्प्युटर को निर्देश देते है| Keyboard का  मुख्य उपयोग Text लिखने के लिए किया जाता है|

इसके अलावा Mouse की तरह भी Keyboard का Use किया जा सकता है|

कम्प्युटर को नियंत्रित करने में भी Keyboard का Use किया जा सकता है|

Keyboard के प्रकार

1 मेकेनिकल कीबोर्ड (Mechanical Keyboard)

 

2- मेमबरन कीबोर्ड (Membrane Keyboard)

 

3- वायरलेस कीबोर्ड (Wireless Keyboard)

 

3. Mouse

Normally Mouse तीन प्रकार के होते है।

 

1- PS2 Mouse (Personal System 2):- इसमें 6 pins होती हैं ये केवल Desktop computer पर ही Connect किया जा सकता है। क्योंकि Laptop Computer पर PS2 mouse का port नहीे होता है।

 

2- USB (Universal Serial Bus) Mouse : यह Mouse Laptop

Computer Desktop Computer दोनो पर Connect किया जा सकता है। इसकी  Pin चौड़ी होती है।

 

3- Wireless Mouse:- वायरेलस माउस एक Optical Mouse है इसमे तार नही होता है बल्कि माउस को पावर देने के लिए बैटरी (Cell) को USE किया जाता है। इसके जरिए  Mouse Work करता है।

 

4.CPU

 

CPU (Central Processing Unit) इसे हम प्रोसेसर और माइक्रो प्रोसेसर भी कहते है। CPU केबीनेट पर लगे Mother Board पर लगा होता है। जिसे हम Micro Processor  कहते है। यह Computer  का  Brain होता है। यह इसी परDepend करता है की Computer  की  Speed कितनी रहेगी। यह अलग-अलग Configration के आते है। जैसे Dual-cure, cure due  I3, I5, I7 साथ ही इसमें अलग-अलग Generation भी आती है। जैसे- 4th, 5th, 6th, 7th etc.

CPU के कुछ भाग होते है-

1- अर्थमेटीक यूनिट (Arithmetic logic Unit)

2- कंट्रोल यूनिट (Control Unit)   

3- मेमोरी यूनिट (Memory Unit)

 

 

CPU एक electronic Microchip होती है। जो square shape की होती है।  यह हमारे द्वारा दिए गए डेटा को प्रोसेस करता है। इसे डेटा संसाधन इकाई भी कहते है। CPU अपने डाटा को इनफार्मेन्स मे Change करता है।

 

 

6.Mother Board

Computer के अन्दर Different Parts को आपस में Join and Connect करने के लिए Circuit  Board होता है जिसको मदर बोर्ड कहते है। Mother Board के अन्दर CPU, Ram, Graphics Cards, Hard Drives,Disc Drives, Power Supply आदि को Connect करने के लिए Sockets होती है। Mother Board Computer का सबसे Main Part होता है। यह सारे System को Control करता है।

 

 

7.RAM

 

RAM को Volatile Memory और Temporary Memory कहते है। यह हमारे Computer में अस्थाई रूप से रहती है। इसमे हम Data को Store नही कर सकते है। यह हमारे Computer मे Programes  को Space देने का काम करता है। RAM 1GB, 2GB, 4GB, 8GB, 16GB, 32GB तक होती है। Normally work के लिए 4GB RAM रहती है। और Graphical work के लिए हमें 16GB RAM को Use करना चाहिए। जितना ज्यादा Heavy Programme होता है उसी के According RAM का होनाजरूरी है। क्योंकि उस Programme  के Command RAM में Temporary रहते है।

 

RAM दो प्रकार की होती है-

1- डायनैमिक रैम(Dynamic RAM):- इसे हमDRAM भी कहते है। इसमें एक ट्रांजिस्टर और एक कैपेसिटर लगा होता है। DRAM को बार-बार रिफ्रेश (Refresh) किया जाता है। जिसके कारण इसकी गति धीमी होती है। बिजली चले जाने पर इसकी सूचना नष्ट हो जाती है।

 

2- स्टैटिक रैम (Static RAM):- इसे हम एस रैम (SRAM) भी कहते है। इसमें एक से अधिक ट्रांजिस्टर लगे होते है। इसमे डेटा तब तक रहता है। जब तक Power Supply होता है। कम्प्यूटर बन्द होने पर यह अपनी Memory को खो देता है।

 

8.ROM

ROM (Read only Memory) Non-Volatile Memory होती है। इसे हम स्थायी  स्मृति के रूप मे जानते है। ROM में बिजली के चले जाने (Power off) के बाद भी हमारा डेटा संग्रहित रहता है। ROM मे डेटा Permanently Store किया जा सकता है। इसमे Clock,  Calendar और Date Programmes इसी में Storeरहते है।

 

ऐसी Memory जो Computer में Non-volatile कहलाती है।

Battery cell  

 

9.SMPS

 

हमारे घरों में जो Power Supply होती है। वह AC (Alternat Current) के form मे होती है। SMPS इस AC Current को DC (Direct Current) में Convert कर देता है। क्योंकि हमारे Computer को DC  Current की आवश्यकता होती है।

 

 

10.Hard Disk

Hard Disk एक स्टोरेज डिवाइस है इसका उपयोग डाटा को Computer में Store करने के लिए किया जाता है। Hard Disk Data को Permanently Store करता है।  Data Delete ना करने तक Memory में रहता हैै। Hard Disk Internal और External दोनों प्रकार की  होती है।

Hard Disk दो प्रकार की होती है।

SATA Hard Disk

(Serial Advanced Technology Attachment)

 

SATA Cable के माध्यम से Computer को कनेक्ट किया जाता है। जो Mother Board से कनेक्ट होती  है। और इसमें Power Cable भी कनेक्ट होती है। इसमें एक Moveable Disk होती है। जो घूमती है  उस पर Head होता है जो Data को  पढ़ता है।

SSD Hard Disk (Solid State Drive)

यह  Non volatile Storage Device  है इसमें एक Micro Chip  होती है। Data चिप में संग्रहित रहता है। ये Hard Disk  काफी fast होती है।  लेकिन इनकी किमत ज्यादा होती है।  

11.Fan

Computer में Fan का क्या use है

 

1. Computer जब ज्यादा देर तक चलता है तो  व काफी  गरम भी हो जाता है। उसके सारे Parts गरम हो जाते है उन्हे ठण्डा करने के लिए Fan का उपयोग किया जाता है। यह अन्दर की गरमी को बाहर फेंकता है।

 

2. Microprocessor पर लगा Fan हवा फेंक कर उसको ठण्डा करता है। FAN और Microprocessor के नीचे में थर्मल पेस्ट लगाया जाता है। जो Processor को काफी हद तक  ठण्डा रखता है।

 

 

 

Software

Software वे Programs होते है जिन्हें हम छू और महसूस नहीं कर सकते है।

Software दो प्रकार के होते है 

1. System Software

2. Application Software

 

System Software 

वे Software होते है जो Computer के hardware को manage और control करता है। computer को चलाने के लिए इनकी जरूरत होती है। system software के कारण ही computer में ंapplication software चल पाते है या उस पर हम काम कर सकते है।

 

System Software  का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है जिसे हम ओपरेटिगं सिस्टम  कहते है।

 

Application Software

 

 ये वे software होते है जिनको हम अपने काम के लिए उपयोग मे लेते है।

 

Application software जैसे M.S. Office, Tally, AutoCAD आदि। हर Application software एक खास काम के लिए बनाया गया होता है।

 

जैसे M.S Office के word मे हम document तैयार कर सकते है excel मे हम bill बना सकते है।Tally, accounting work के लिए होता है आदि।

Application software system softwore पर ही depand  होता है।

 

Application softwore सीधे ही computer से communicate नही करता है बल्कि यह system software से communicate करता है।

 

Input and Output Devices

Input and Output Devices कंप्यूटर के सबसे Important Device होते है। 

Input Device

कंप्यूटर इनपुट डिवाइस किसी भी कंप्यूटिंग सिस्टम के अभिन्न अंग हैं, जो प्राथमिक साधन के रूप में कार्य करते हैं जिसके माध्यम से मनुष्य कंप्यूटर के साथ संचार करते हैं और उनमें डेटा इनपुट करते हैं। ये उपकरण हमें सॉफ़्टवेयर के साथ इंटरैक्ट करने, कार्य करने और डिजिटल इंटरफ़ेस नेविगेट करने की अनुमति देते हैं। इनपुट डिवाइस हमारे द्वारा दिए गए निर्देशों को Computer तक पहुँचाती हैं, कंप्यूटर उसे समझता है और फिर हमें Result देता है। कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, joystick आदि इनपुट डिवाइस हैं।

 

Output Device

जब  हम कंप्यूटर को इनपुट डिवाइस के जरिये कोई इनपुट देते है तथा उसके बाद जो Data Processing होता  है और फिर हमें जो आउटपुट मिलता है, वह आउटपुट डिवाइस के द्वारा प्राप्त होता है।

Example :

Monitor, Printer, Plotter,Speaker, Projector आदि Output Device  हैं।

 

 

Computer की Properties Check करना-

       1) Right click on my computer or computer icon on Desktop

      - Click on Properties

1.Operating system

2.processor

3.RAM

4.System type

5.Computer name

2) Press Window key +R

 - Type dxdiag

इससे भी हम Computer की internal properties देख सकते है।

 

 

 

 


813 6 months ago