इंटरनेट एक बहुत बड़ा विश्वव्यापी नेटवर्क है, जो दुनिया भर के कंप्यूटरों और मोबाइल डिवाइसों को आपस में जोड़ता है। इंटरनेट की मदद से हम जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, ईमेल भेज सकते हैं, वीडियो देख सकते हैं, ऑनलाइन पढ़ाई कर सकते हैं और लोगों से बात कर सकते हैं।
इसे सूचना का सुपरहाईवे भी कहा जाता है।
वेब उपयोगकर्ता (Web User):
जो व्यक्ति या डिवाइस इंटरनेट का उपयोग करता है।
वेब सर्वर (Web Server):
वह कंप्यूटर जिसमें वेबसाइट की जानकारी स्टोर रहती है।
इंटरनेट सेवा प्रदाता (ISP):
जो हमें इंटरनेट कनेक्शन देता है, जैसे – Jio, Airtel, BSNL आदि।
पहले किसी ISP से इंटरनेट कनेक्शन लें
मॉडेम या राउटर को कंप्यूटर/मोबाइल से जोड़ें
ब्राउज़र (Chrome, Firefox आदि) खोलें
वेबसाइट का नाम लिखें या सर्च करें
सुरक्षित रहने के लिए https वाली वेबसाइट खोलें
मजबूत पासवर्ड और एंटीवायरस का उपयोग करें
मॉडेम एक ऐसा उपकरण है जो कंप्यूटर को इंटरनेट से जोड़ने में मदद करता है। यह डेटा को एक रूप से दूसरे रूप में बदलता है।
यह कंप्यूटर के अंदर लगा होता है।
सस्ता होता है
अलग से पावर नहीं चाहिए
डायल-अप और वाई-फाई प्रकार में मिलता है
यह कंप्यूटर के बाहर लगाया जाता है।
USB के जरिए जुड़ता है
आसानी से एक कंप्यूटर से दूसरे में लगाया जा सकता है
अलग से पावर की जरूरत होती है
लैपटॉप के लिए होता है
कार्ड की तरह स्लॉट में लगाया जाता है
जरूरत न होने पर निकाला जा सकता है
सबसे पुराना
बहुत धीमा
आजकल कम उपयोग होता है
टेलीफोन लाइन से चलता है
डायल-अप से तेज
फोन और इंटरनेट साथ चल सकते हैं
केबल टीवी लाइन से
तेज स्पीड
घर और ऑफिस में उपयोग
सबसे तेज इंटरनेट
बड़े काम और ऑफिस के लिए अच्छा
दूर-दराज के इलाकों में
जहाँ अन्य सुविधा न हो
Wi-Fi और मोबाइल नेटवर्क
3G, 4G, 5G
मोबाइल सिम से
कहीं भी इंटरनेट
पब्लिक जगहों पर Wi-Fi
जैसे होटल, रेलवे स्टेशन
इंट्रानेट एक निजी नेटवर्क होता है, जो सिर्फ किसी संस्था या ऑफिस के अंदर ही इस्तेमाल होता है।
इसका उपयोग अंदरूनी जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है।
इंटरनेट:
पूरी दुनिया के लिए खुला
ईमेल, सोशल मीडिया, वेबसाइट
इंट्रानेट:
केवल ऑफिस/संस्था के लिए
अंदरूनी ईमेल, फाइल शेयरिंग
WWW इंटरनेट का वह हिस्सा है जहाँ वेबसाइट और वेब पेज होते हैं।
इसे 1989 में टिम बर्नर्स-ली ने बनाया था।
इसमें टेक्स्ट, फोटो, वीडियो सब शामिल होते हैं।
वेबसाइट वेब पेजों का समूह होती है, जिसे इंटरनेट पर ब्राउज़र से देखा जाता है।
इसका उपयोग जानकारी, पढ़ाई, खरीदारी और मनोरंजन के लिए होता है।
स्टैटिक वेबसाइट:
सामग्री बदलती नहीं
साधारण वेबसाइट
डायनामिक वेबसाइट:
सामग्री बदलती रहती है
जैसे Facebook, YouTube
URL किसी वेबसाइट का पूरा पता होता है।
उदाहरण:
Protocol: http://
Domain: www.google.com
Path: /index.html
DNS वेबसाइट के नाम को IP एड्रेस में बदलता है।
जैसे – google.com → 198.105.232.4
इससे हमें नंबर याद नहीं रखने पड़ते।
वेब ब्राउज़र एक सॉफ्टवेयर है जिससे हम इंटरनेट देखते हैं।
उदाहरण:
Google Chrome
Mozilla Firefox
Microsoft Edge
इसके काम:
वेबसाइट दिखाना
वीडियो, फोटो चलाना
सुरक्षित ब्राउज़िंग
HTTP ब्राउज़र और सर्वर के बीच जानकारी भेजने का तरीका है।
यह सुरक्षित नहीं होता, इसलिए आजकल HTTPS का उपयोग होता है।
सर्च इंजन हमें इंटरनेट पर जानकारी खोजने में मदद करता है।
उदाहरण:
Bing
क्रॉलिंग: वेबसाइट खोजना
इंडेक्सिंग: जानकारी को सेव करना
सर्चिंग: यूज़र को रिजल्ट दिखाना
विकिपीडिया एक मुफ्त ऑनलाइन ज्ञानकोश है।
2001 में शुरू हुआ
कोई भी पढ़ और संपादित कर सकता है
जानकारी प्रमाणित स्रोत से होती है
ईमेल इंटरनेट के जरिए भेजा गया डिजिटल संदेश होता है।
इसमें फोटो, फाइल, वीडियो भेज सकते हैं।
username@domainname
जैसे: [email protected]
To: मुख्य प्राप्तकर्ता
CC: सभी को दिखता है
BCC: बाकी को पता नहीं चलता
Subject: विषय
Body: संदेश
यह वेबसाइट नागरिकों को सरकारी सेवाएँ ऑनलाइन देती है, जैसे:
प्रमाण पत्र
बिल भुगतान
सरकारी योजनाएँ
संपर्क पोर्टल: शिकायत के लिए
जन सूचना पोर्टल: योजनाओं की जानकारी
RPSC पोर्टल: भर्ती आवेदन
RTE पोर्टल: बच्चों के मुफ्त स्कूल एडमिशन के लिए